Corona Returns: आपको वायरल फ्लू है या कोरोना के नए वैरिएंट JN.1 से हैं संक्रमित, कैसे पहचानेंगे? एक्सपर्ट से जानिए
Corona New Variant JN.1 को तेजी से प्रसारित होने वाला बताया जा रहा है. इसके लक्षण आम वायरल फ्लू जैसे हैं. ऐसे में आम आदमी को अगर वायरल फ्लू के लक्षण दिखाई दें, तो वो कैसे समझेगा कि उसे वायरल फ्लू हुआ है या वो कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित है? यहां जानिए इसके बारे मे-
Difference Between Corona JN.1 and Viral Flu: कोरोना ने देश में एक बार फिर से वापसी कर ली है. कोरोना के 338 नए मामलों के साथ अब देश में एक्टिव केस 2669 हो गए हैं. कोरोना के कारण केरल में तीन मौतें भी दर्ज हो गई हैं. इसी बीच कोरोना का एक नया वैरिएंट JN.1 भी सामने आया है. JN.1 भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, आइसलैंड, स्पेन, पुर्तगाल, नीदरलैंड, चीन समेत 40 देशों में पहुंच गया है और तेजी से पैर पसार रहा है. भारत में JN.1 के 21 मामले सामने आ चुके हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
चिंता की बात ये है कि Corona New Variant JN.1 को काफी तेजी से प्रसारित होने वाला बताया जा रहा है. इसके लक्षण आम वायरल फ्लू जैसे हैं. ऐसे में आम आदमी को अगर वायरल फ्लू के लक्षण दिखाई दें, तो वो कैसे समझेगा कि उसे वायरल फ्लू हुआ है या वो कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित है? दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल की डॉ. सोनिया रावत (Senior Consultant and Director Preventive Health and Wellness) से जानिए इसके बारे में-
पहले जानिए क्या हैं Corona JN.1 के लक्षण
- बुखार
- थकान
- नाक बहना
- गले में खराश
- सिरदर्द
- खांसी
- कंजेशन
- पेट दर्द
- उल्टी और दस्त
- मसल्स वीकनेस
कैसे पहचानें वायरल फ्लू और JN.1 का फर्क?
डॉ. सोनिया रावत का कहना है कि वायरल फ्लू और कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण काफी मिलते हैं, ऐसे में फर्क कर पाना वैसे तो बहुत मुश्किल है. लेकिन अगर आपको वायरल के लक्षणों के साथ जी मिचलाने की समस्या हो और भूख बिल्कुल न लगे तो ये JN.1 का स्ट्रॉन्ग इंडिकेशन है. अगर इस तरह के लक्षण 4 से 5 दिनों तक बने रहते हैं, तो आपको जरा भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए और विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए.
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क्या इम्युनिटी को चैलेंज कर रहा है नया वैरिएंट?
डॉ. सोनिया रावत का कहना है कि कोरोना का नया वैरिएंट JN.1 संक्रामक होने के साथ इम्युनिटी को चैलेंज कर रहा है, तभी कोरोना वैक्सीन के बाद भी ये शरीर पर अटैक कर रहा है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं वैक्सीन असरकारी नहीं है. वैक्सीन जेएन.1 वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह सक्षम है. इसलिए इस वैरिएंट से बहुत घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है. साथ ही इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने की जरूरत है.
कैसे मजबूत होगा इम्यून सिस्टम
इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए बहुत जरूरी है कि आप पैदल चलें और पैदल भी उस जगह पर चलें जहां पेड़-पौधे अच्छी संख्या में हों, ताकि आपके लंग्स को पर्याप्स ऑक्सीजन मिलती रहे और डिटॉक्सीफिकेशन होता रहे. इसके अलावा अपनी डाइट को बेहतर कीजिए. इसके लिए प्रोटीन रिच डाइट लें. साथ ही विटामिन ए, सी, डी, ई युक्त आहार लें. पानी पर्याप्त मात्रा में पीएं ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो और शरीर के विषैले तत्व भी बाहर निकलते रहें.
कैसे करें बचाव
- बचाव के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
- बाहर से आने के बाद हाथों को अच्छे से धोएं, इसके बाद आंख, मुंह या नाक को साफ करें.
- जुकाम-खांसी या इन्फेक्टेड व्यक्ति से 2 मीटर की दूरी रखें.
- फोन या दूसरी जरूरी चीजें, जिनका आप ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उन्हें सैनिटाइज करते रहें.
- खांसी या छींक आने पर मुंह को टिश्यू पेपर से कवर करें.
- बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर इम्युनिटी वाले लोग भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें.
- किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर विशेषज्ञ से परामर्श करें, लापरवाही न करें.
12:35 PM IST